WordPress database error: [Table 'qwertyt1_wrdp1.wp_wfLockedOut' doesn't exist]SHOW FULL COLUMNS FROM `wp_wfLockedOut`
WordPress database error: [Table 'qwertyt1_wrdp1.wp_wfLockedOut' doesn't exist]SHOW FULL COLUMNS FROM `wp_wfLockedOut`
ज़िन्दगी का कोई साँचा, क्या देखा है तुमने कभी? क्या है मुमकिन कि तुम जियो मेरी तरह और तुम्हारे नज़रिये से चले...
अल्फ़ाज़ कुछ बिखरे, कुछ सहमे अल्फ़ाज़ कुछ रूखे, कुछ सहरा से सूखे अल्फ़ाज़ कुछ प्यार की बारिश में भीगे कुछ...
कभी अपने दिन में ढूँढा तुम्हें कभी तुम्हारी रातों में हम तड़पते रहे कभी अपने सावन में महसूस किया तुमको कभी...
कभी ज़िन्दगी ने उलझाया हमें कभी हम ज़िन्दगी को उलझाते रहे ज़िन्दगी के हर सवाल पर बेवजह अपनी शख़्सियत आज़माते रहे...
कुछ कसक सी मन में बाक़ी थी कुछ बातें लब पे अधूरी थीं कुछ दीदार की तलब आँखों में भी थी जब...
ज़िन्दगी की तन्हाईयों में सपनों की गहराईयों में सफ़लता की उम्मीद में खुशियों की दहलीज़ पे आशाएँ ही हौंसला बँधाती हैं आशाएँ...
हर दुख में मुस्कुराना सीख लिया, हर गम को अब जीना सीख लिया, किसी और पर भरोसा नहीं मुझे, अब खुद पर भरोसा...
मैं अक्सर पूछता था, ए खुदा मुझे ये बता कि मैं कौन हूँ, क्या है मुकद्दर मेरा. कहाँ छुपा रखा है तूने...